नवंबर में पड़ रही कड़ाके की ठंड गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है या फिर इसके लिए फायदेमंद है। गेहूं के पौधों के विकास के लिए ठंड कितनी जरूरी है।
Wheat production in winter
मौसम का परिवर्तन हो जाए कैसा इसका हाल हो जाए इसके बारे में कोई भी कुछ नहीं कह सकता है। कभी ठंड, बरसात और सर्दी देरी से पड़ती है तो कभी समय से पहले ही दस्तक दे देती हैं। साल 2023 के नवंबर में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।
गेहूं के बुवाई चल रही है और ऐसे में कड़ाके की सर्दी ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है। जी हां दिसंबर जनवरी में पड़ने वाली ठंड नवंबर में ही पड़ने लग गई है। जिस कारण किसान चिंता में पड़ गए हैं कि उनकी गेहूं की फसल का क्या होगा।
तो हम आपको बता दें कि चिंता करने की कोई बात नहीं है । क्योंकि गेहूं की फसल के लिए यह ठंड बहुत जरूरी है क्योंकि ऐसे मौसम में ही गेहूं की फसल का विकास होता है। इसके बारे में और जानते हैं विस्तार से…
ठंड गेहूं की फसल के लिए कितनी जरूरी है
गेहूं की फसल की बुवाई सर्दी की शुरुआत में ही होती है। ठंड फसल के विकास के लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि ठंड के दिनों में ही गेहूं का फुटाव होता है। जिस वजह से फसल की पैदावार भी बहुत अच्छी होती है।
जितनी ज्यादा ठंड होगी उतना ज्यादा बचाव गेहूं के पौधों का होगा क्योंकि ठंड में पौधों को रोग और कीटों से कोई नुकसान नहीं होता है।
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ठंड से पौधे होते हैं विकसित
ठंड में ही गेहूं के पौधों का अच्छे से विकास होता है। पौधों की जड़े स्ट्रॉन्ग होती है। इनकी ऊंचाई बढ़ती है। सर्दी के कारण गेहूं के दोनों में स्टार्च बढ़ते है। ठंड में गेहूं की पैदावार अच्छी होती है।
जानकारी मुताबिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैसे तो सर्दियों के मौसम में गेहूं के पौधे झुलस जाते हैं । लेकिन नवंबर में पढ़ने वाली ठंड गेहूं की फसल के लिए काफी फायदेमंद है इसलिए किसानों को टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है।