NMSA: भारत की कृषि उत्पादकता और जल प्रबंधन में सुधार के लिए एक व्यापक रणनीति

राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA)

परिचय

राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA) एक केंद्र सरकार की योजना है जो भारतीय कृषि के विकास और सततता को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य है कृषि सेक्टर में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए उचित तकनीकी, विज्ञानिक और नवाचारी कृषि प्रथाओं को प्रदान करना है।

NMSA क्या है?

राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो कृषि सेक्टर के विकास को बढ़ावा देने के लिए उचित तकनीकी और नवाचारी कृषि प्रथाओं का उपयोग करती है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है और कृषि उत्पादन को सुरक्षित और सतत बनाना है। NMSA के तहत कृषि क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में सततता को बढ़ाने के लिए कई प्रोग्राम और योजनाएं शामिल हैं।

NMSA का महत्व जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में

NMSA की महत्वपूर्ण भूमिका जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में है। जलवायु परिवर्तन के कारण भारतीय कृषि को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे की अनियमित वर्षा, तापमान में बदलाव, और तूफानों के प्रभाव। इन परिवर्तनों के कारण कृषि उत्पादन पर बह

NMSA से जुड़ी रणनीतियां

एकीकृत खेती प्रणाली को बढ़ावा देना

एकीकृत खेती प्रणाली के लाभ

  • कृषि, पशुपालन और वृक्षारोपण का एकीकरण करने से संभावना होती है कि संबंधित क्षेत्र में उत्पादन की वृद्धि होगी।
  • एकीकृत खेती प्रणाली में कृषि तकनीकों का प्रयोग करने से पैदावार में वृद्धि होगी।
  • एकीकृत खेती प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले प्रौद्योगिकी उपाय से स्थानीय किसानों को आय का वृद्धि होगी।

ग्रामीण आजीविका में सुधार

ग्रामीण आजीविका के लाभ

  • ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं और अनुदान की सुविधा सुनिश्चित करने से ग्रामीण आजीविका में सुधार होगा।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण और अन्य गतिविधियों को एकीकृत करने से कार्य संगठन में सुधार होगा।
  • सामुदायिक उद्यमों और उद्योगों के विकास से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की संभावना बढ़ेगी।

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण

प्राकृतिक संसाधनों का महत्व

  • प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से जीवन का आधार बना रहेगा।
  • जल, वन, भूमि और वायुमंडल के संरक्षण से पर्यावरण की सुरक्षा होगी।
  • प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सकत

NMSA के प्रमुख कार्यक्रम

वर्षा आधारित क्षेत्र विकास (RAD)

NMSA (राष्ट्रीय मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान) के तहत कई प्रमुख कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इनमें से एक है वर्षा आधारित क्षेत्र विकास (RAD)। यह कार्यक्रम वर्षा आधारित क्षेत्रों में उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए निर्मित है। इसके तहत, वर्षा के अनुसार जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाता है और उत्पादकता में सुधार होता है। इसके साथ ही, इस कार्यक्रम के द्वारा अन्य योजनाओं से संसाधनों का लाभ उठाया जाता है।

खेत जल प्रबंधन (OFWM)

इसके अलावा, NMSA का एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम है खेत जल प्रबंधन (OFWM)। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल उपयोग दक्षता में सुधार करना है। इसके तहत, जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाता है और खेतों में जल प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है। यह कार्यक्रम किसानों को सही जल प्रबंधन की तकनीकें सिखाकर उनकी आमदनी में सुधार करने का भी लक्ष्य रखता है।

मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन

NMSA का एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम है मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन। इस कार्यक्रम के तहत, मृदा उर्वरता मानचित्रों पर आधारित तकनीकों का उपयोग करके मृदा की स्वास्थ्य सुनिश्चित की जाती है। यह कार्यक्रम पोषक तत्वों का संतुलित उपयोग करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसके द्वारा क

कार्यान्वयन के लिए विनियामक व्यवस्था

विनियामक व्यवस्था कार्यान्वयन के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसका उद्देश्य होता है कि सरकार द्वारा निर्धारित नीतियों और दिशानिर्देशों का पालन किया जाए और कार्यान्वयन की प्रक्रिया में सुचारू तरीके से खर्च किए जाएं। इसके लिए विभिन्न विनियामक ढांचे और नीतियां स्थापित की गई हैं।

विनियामक व्यवस्था के दिशानिर्देश

विनियामक व्यवस्था के दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है ताकि कार्यान्वयन की प्रक्रिया में निरंतरता और अवांछित त्रुटियों की कमी हो सके। इन दिशानिर्देशों में विभिन्न विषयों पर विस्तृत जानकारी और निर्देश दिए गए हैं। यहां हम देखेंगे राष्ट्रीय वृक्षारोपण नीति 2014 और CAMPA के विनियामक ढांचे के बारे में।

राष्ट्रीय वृक्षारोपण नीति 2014

राष्ट्रीय वृक्षारोपण नीति 2014 एक महत्वपूर्ण विनियामक नीति है जो भारत सरकार द्वारा स्थापित की गई है। इस नीति का उद्देश्य है वन्य जीवन को सुरक्षित रखना, पर्यावरण को सुरक्षित करना और वन और वन्य जीवन के लिए आवास उपलब्ध कराना। इस नीति में वृक्षारोपण के लिए निर्धारित मार्गदर्शिका, नीतियां और निदेशांक शामिल हैं।

उप-मिशन वृक्षारोपण योजना (SMAF)

SMAF का परिचय

SMAF (उप-मिशन वृक्षारोपण योजना) एक उप-मिशन है जो 2016-17 से चल रहा है। यह योजना National Mission for Sustainable Agriculture (NMSA) के तहत शुरू की गई है। SMAF का मुख्य उद्देश्य भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है।

SMAF के उद्देश्य

SMAF का मुख्य उद्देश्य है उत्पादकता, रोजगार और ग्रामीण आय में सुधार करना। इसके साथ ही यह उद्देश्य है कि वृक्षारोपण को फसलों और पशुधन के साथ एकीकृत किया जाए। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को न केवल नए संयोजनों का लाभ मिलेगा, बल्कि इससे पर्यावरण को भी मिलेगा।

SMAF के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

SMAF के तहत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 60:40 का अनुदान अनुपात दिया जाता है। इसके माध्यम से किसानों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। यह योजना किसानों को न केवल पैसों के माध्यम से सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें वृक्षारोपण के लिए भी अधिक संरचित तरीके से प्रशिक्षण देती है।

अन्य योजनाओं के साथ SMAF का समन्वय

SMAF योजना को MGNREGS (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी संशोधन) , IWMP (भू-जल संरक्षण तथा प्रबंधन) , RKVY (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना) जैसी अन्य य

FAQs:

NMSA का क्या उद्देश्य है? 

NMSA का उद्देश्य भारतीय कृषि प्रणाली को सुरक्षित करना है और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना है।

NMSA के तहत किन प्रमुख कार्यक्रमों को शामिल किया गया है? 

NMSA के तहत प्रमुख कार्यक्रमों में पानी संचयन, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव कम करने के लिए रणनीतियां, और स्थानीय कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों का समर्थन शामिल हैं।

SMAF क्या है और इसके क्या उद्देश्य हैं? 

SMAF (संवर्धित कृषि प्रणाली वितरण और बीमा निधि) एक निधि है जिसका उद्देश्य किसानों को बीमा और वितरण सुविधाएं प्रदान करना है ताकि वे अकस्मात आपदाओं और हानिकारक मौसम के प्रभाव से सुरक्षित रह सकें।

NMSA के तहत मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए क्या प्रावधान हैं? 

NMSA के तहत मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए विभिन्न उपायों को शामिल किया गया है जैसे कि भूमि संरक्षण, जल संरक्षण, उर्वरक प्रबंधन, और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव कम करने की रणनीतियां।

NMSA में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए क्या रणनीतियां शामिल हैं? 

NMSA में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए विभिन्न रणनीतियां शामिल हैं जैसे कि पानी स

 

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