Grow Anar in Rajasthan राजस्थान में किसान ने किया कमाल, रेगिस्तान में उगादिया लाल अनार राजस्थान के किसानों ने ऐसा ट्रिक लगाया है कि रेगिस्तान में लाल अनार की खेती करके सबको हैरान चकित कर दिया है।
Grow Anar in Rajasthan रेतीली जमीन पर फल उगाकर
वहां के किसानों ने सब को सोचने पर मजबूर कर दिया है। रेगिस्तान में उगा दिया लाल अनार रेगिस्तान का नाम सुनते ही हम सबके मन में बनती है और वह हर रेतीली पर क्या हम अगर आपको यह कहें कि वही रेतीली धरती में किसानों ने फल की पैदावार कर दी है तो क्या आप इस पर विश्वास करेंगे।
Grow Anar in Rajasthanआवश्यक नहीं करेंगे लेकिन यह बिल्कुल सच है
किसानों ने ऐसा तिगड़म लगाया है कि उन्होंने रेगिस्तान में भी अनार उगा दिए हैं। उपजाऊ मिट्टी में खेती करने जितना आसान है, उतना ही कठिन रेतीली जमीन में फसल उगाना है।
मगर राजस्थान के किसानों ने यह कारनामा कर दिखाया है।
यहां के किसान ने असंभव को संभव कर दिखाया है। 80 बीघा जमीन पर वह अनार की खेती कर रहे हैं और इसकी पैदावार से डबल मुनाफा कमा रहे हैं।
Pomegranate In Rajasthan 80 बीघा जमीन में 50 वर्ष के किसान ने लगाए हैं अनार के 9000 पौधे। चंद्र प्रकाश माली नाम के शख्स ने ट्रिक के जरिए रेगिस्तान में अनार की खेती की है। जिसे जानकर हर कोई हैरान हो गया है।
साल 2004 तक चंद्र प्रकाश माली केवल खरीफ की फैसले यानी की बाजारा, मोंठ, मूंग और गवार की खेती ही करते थे। उनका जीवन भी इसी पर ही निर्भर था।
फिर जैसे ही उन्हें अनार की खेती के बारे में जानकारी मिली तब से वह लगातार अनार का फल ही उगा रहे हैं। अनार की खेती से वहां के किसानों को फायदा हो रहा है।
असंभव हुआ संभव राजस्थान की मिट्टी ऐसी है जहां पर केवल कुछ ही फासले उगाई जाती हैं, जिसमें वहां के किसानों का जीवन चलता है।
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पर वहां के किसानों ने यह साबित कर दिया है कि इंसान और टेक्नोलॉजी मिलकर किसी भी असंभव को संभव कर सकते हैं।
Grow Anar in Rajasthan इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 2004 में 8000 प्रति बीघा जमीन की कीमत थी जो 2017 में बढ़कर 5 लाख हो गई है। नई-नई तकनीक का इस्तेमाल करके वहां के किसान वंजर जमीन को भी उपजाऊ बना रहे हैं।
वह खेती करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इसी वजह से राजस्थान के किस दुनिया भर में अपनी एक अलग पहचान बनाने में जुटे हुए हैं। वहां पर ऐसी-ऐसी खेती शुरू होने लग गई है जिसके बारे में कभी सोचा भी नहीं जा सकता था।