These plants will make you a millionaire किसान मेडिसिनल प्लांट्स लगाकर अमीर बन सकते हैं। दरअसल उनकी खेती में कम लागत आता है और अन्य फसलों के मुकाबले इसमें मुनाफा ज्यादा होता है। किसने की मदद के लिए सरकार भी तत्पर है। वह इस प्रकार की फसलों पर सब्सिडी के रूप में उनकी मदद कर रही है।
These plants will make you a millionaire मेडिसिनल प्लांट्स उगाए और लाखों घर लाएं
हमारे देश के किस भी धीरे-धीरे जागरूक होने लगे हैं। वह परंपरागत खेती से निकल कर अब अन्य फसलों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आधुनिक हो चुके किसान अब नई तकनीक के साथ नहीं फसलों को उठाकर ज्यादा मुनाफा कमा रहा है।
जिस प्रकार से पारंपरिक फसलों से बाहर निकाल के किसानों ने अन्य फसलों की तरह फर्क किया है यह सब नई तकनीक का ही असर है।
किसानों का पसंदीदा फसल मेडिसिनल प्लांट्स भी बन रहा है। एक तो इसे वह गाने में कम लागत आती है और दूसरा अन्य फसलों के मुकाबले अधिक मुनाफा मिलता है।
पिछले कुछ सालों में बहुत सारे किसान इस फसल की खेती करने लग गए हैं।
सरकार भी बढ़-चढ़कर किसानों की मदद कर रहा है। मेडिसिनल प्लांट्स उगाने के लिए सब्सिडी के रूप में उन्हें आर्थिक मदद पहुंचा रहा है।
These plants will make you a millionaire जिरेनियम की खेती करें
यूरेनियम एक बहुत ही औषधीय पौधा है । जिससे तेल निकलता है स्टील का उपयोग कई प्रकार की औषधि, तेल, साबुन , दवाई, और सौंदर्य प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है। ज्यादातर इसकी खेती विदेश में होती थी।
परंतु अब हमारे भी किसान इस खेती को करने लग गए हैं। इसकी खेती करने के लिए कम पानी वाली जगह की जरूरत पड़ती है।
अश्वगंधा की खेती से होता है मुनाफा
अश्वगंधा की खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। यह एक औषधीय पौधा है, जिसका इस्तेमाल भारत में कई प्रकार के औषधि दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है। यह एक देसी पौधा है, जिसका उपयोग ज्यादातर दवाओं के लिए होता है।
जिसमें इसके जड़ों का इस्तेमाल होता है। अश्वगंधा के पेड़ लगाने के बाद लगभग 180 दिन के बाद इसकी कटाई होने लग जाती है।
इसके पौधों को काटकर इसके चल पत्तियां और जड़ों को अलग करके बाजार में अच्छी रखा में बेच कर आप अमीर बन सकते हैं।
सतावर की खेती है फायदेमंद
सतावर की खेती करके किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। अगर इसे एक एकड़ में लगाया जाता है तो इससे आपको 5 से 6 लख रुपए की कमाई हो सकती है। शतावर के पौधे को शतावरी भी कहते हैं। इसके डंडे और पत्तियों का उपयोग करके दवाइयां बनाई जाती हैं।