सरकार की मदद से 16 एकड़ जमीन में कर रहे केले की खेती, सालाना कमाई जान कर रह जाएंगे हैरान


एक ऐसा किसान जिसकी खेती से रिलायंस कंपनी भी काफी इंप्रेस है। सरकार की तरफ से भी उसे योजनाओं का लाभ हो रहा है और सालाना 20 लाख की कमाई करके किसान तरक्की की राह पर चल रहा है।


किराए की जमीन से कमा रहे हैं 20 लाख
दिल में अगर जुनून हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। इन बातों को सच कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के किसान धर्मेंद्र सिंह ने। इनके पास साहित्य की इतनी जानकारी और ज्ञान है कि यह आगे चलकर भविष्य में एक साहित्यकार बन सकते थे परंतु इन्होंने इससे बेहतर व्यवसाय चुना और वह है खेती किसानी का। खुद के पास जमीन नहीं थी तो किराए पर जमीन लेकर ऐसे खेती की के हर कोई अब उनकी तारीफ करते नहीं थकता है। यहां तक कि उनकी खेती से देश की बहुत बड़ी कंपनी रिलायंस भी किसान की मुरीद हो चुकी है। आखिरकार ऐसी कौन सी खेती वह कर रहे हैं, जिसमें उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी हो रहा है और खेती से 20 लाख की कमाई हर साल कर रहे हैं। चलिए जानते हैं विस्तार से…
सस्ते में शुरू की थी खेती आज काम रहे हैं लाखों
धर्मेंद्र के पास राजनीति शास्त्र की बहुत अच्छी जानकारी और डिग्री है। लेकिन उनके तकदीर को कुछ और ही मंजूर था। उन्होंने खेती किसानी को चूना और इसमें आगे बढ़ने लगे। बहुत ही कम बजट में धर्मेंद्र ने खेती की शुरुआत की थी। आज के समय में हर साल वह 20 लाख की कमाई कर रहे हैं। हालांकि शुरुआत में धर्मेंद्र को कई प्रकार की कठिनाइयां आई परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने केले स्ट्रॉबेरी के अलावा अन्य गई फसलों की खेती की।
16 एकड़ में कर रहे खेती
धर्मेंद्र सिंह ने 16 एकड़ जमीन में केले की अच्छी पैदावार करके रिलायंस कंपनी को अपना मुरीद बना लिया। अब इस जमीन में वह स्ट्रॉबेरी, पपीता, ड्रैगन फ्रूट, अनार के अलावा अन्य सीजन की फैसले भी उगाने में माहिर हो गए हैं।
साल की हो रही इतनी आमदनी
धर्मेंद्र सिंह 16 एकड़ की जमीन में फलों के साथ-साथ अन्य फसलों की खेती करके सालाना 20 लख रुपए आराम से कमा रहे हैं। सिटी से केवल वह खुद ही कमाई नहीं कर रहे हैं बल्कि उन्होंने 6000 मजदूरों को रोजगार भी दिया हुआ है। यही वजह है कि हर तरफ धर्मेंद्र सिंह के चर्चे होते हैं। यही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं का लाभ भी धर्मेंद्र को मिल रहा है। जिसकी बदौलत आज के समय में वह इतने सफल किसान बन पाए हैं।

Related posts

पालक की खेती: एक अच्छा विकल्प

मखाना की गुणवत्ता पहचानने और कीमते तय करने के तरीके

56 भोग: भगवान कृष्ण को अर्पित विशेष प्रसाद