झारखंड राज्य में नई मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन का नाम चुना गया है। चंपई सोरेन को झारखंड के ‘टाइगर’ के रूप में भी जाना जाता है। वे झारखंड में बहुत प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ हैं और उनका सियासी सफर बहुत लंबा है। चंपई सोरेन का जन्म 10 जनवरी 1975 को हुआ था और वे झारखंड के सरायकेला जिले के एक छोटे से गांव में पैदा हुए। उनके पिता का नाम शिबू सोरेन हैं, जो कि झारखंड में बहुत प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ हैं। चंपई सोरेन ने अपनी पढ़ाई झारखंड के रांची शहर में की थी।
उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान ही राजनीति में रुचि दिखाई थी और उन्होंने अपने पिता के साथ राजनीति में काम करना शुरू कर दिया। चंपई सोरेन ने 2000 में झारखंड में अपनी पहली राजनीतिक जगह बनाई थी, जब उन्होंने सरायकेला विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। इसके बाद 2005 में फिर से उन्होंने सरायकेला विधानसभा सीट से जीत दर्ज की और तब से लगातार वो विधायक है। चंपई सोरेन को एक बार झारखंड में कैबिनेट मंत्री बनने का भी मौका मिला है। चंपई सोरेन को झारखंड में बहुत ही प्रभावशाली राजनीतिज्ञ माना जाता है। उनकी भाषा और शैली बहुत ही आकर्षक होती है और वे अपने भाषणों में लोगों को बहुत ही प्रभावित करते हैं। चंपई सोरेन को झारखंड के लोगों की बहुत अच्छी पसंद है और वे उनके बीच बहुत ही लोकप्रिय हैं। उनकी जनसंख्या में बहुत बड़ी संख्या में युवा भी शामिल हैं, जो कि उन्हें बहुत ही समर्थन करते हैं। चंपई सोरेन को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में चुना जाना एक बड़ी जीत है। वे झारखंड के विकास और समृद्धि के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उन्हें लोगों की उम्मीदों को पूरा करने का भरोसा ह