किसान भाई गेहूं की फसल में अगर सही समय पर पोटाश डालते हैं तो फसल की पैदावार अच्छी होती है और किसानों को मुनाफा होता है। पोटाश से गेहूं को कई प्रकार के फायदे होते हैं।
गेहूं की फसल में पोटाश डालने का यह है सही समय
गेहूं की फसल के लिए पोटाश एक जरूरी खाद है । जो फसल की अच्छी पैदावार और ज्यादा उपज के लिए सही मानी जाती है। कुछ किसान ऐसे हैं जिन्हें सही समय पर गेहूं की फसल में पोटाश डालने के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं है । जिस वजह से वह किसी भी समय पोटाश को फसल में डालते हैं। उस से उन्हें कुछ खास मुनाफा नहीं होता है। गेहूं में काम से कम दो बार पोटाश जरूर डालनी चाहिए। एक तो गेहूं की बुवाई के दौरान जब किसान पोटाश गेहूं के अंदर डालते हैं तो उन्हें काफी फायदा होता है। जब गेहूं की बालियां निकलने लगती है तब भी पोटाश डालने पर किसानों को फायदा होगा। चलिए विस्तार से जानते हैं कि गेहूं की फसल के लिए पोटाश कितनी जरूरी है और कब-कब इसे कितनी मात्रा में फसल में डालनी है।
गेहूं में कब और कितनी डालें पोटाश
किसान भाई गेहूं की बुवाई के दौरान गेहूं में पोटाश डालें। किसान बुवाई के समय 25 किलोग्राम प्रति एकड़ पोटाश गेहूं में डाल सकते हैं। अगर बुवाई के दौरान आप पोटाश डालना भूल गए हैं तो जब गेहूं में पहली सिंचाई करनी है उसे समय पोटाश डाल सकते हैं। जब गेहूं की बालियां निकलने वाली हो उसे् समय NPK 00:00:50 का स्प्रे करना जरूरी है। बालियाँ निकलने से पहले अपने खेत के अन्दर NPK 00:00:50 का उपयोग करना चाहिए। इस से किसानों को ज्यादा फायदा होगा।
गेहूं को पोटाश से क्या फायदे हैं
किसान भाई इस बात का ध्यान रखेंगे गेहूं की फसल में दो बार पोटाश डालनी है तब ही आप अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। पोटाश गेहूं की जड़ों को मजबूत करता है। इसकी वजह से ही गेहूं की फैसले खड़ी रहती है चाहे कितना भी आंधी तूफान आए यह नीचे नहीं गिरती। गर्मियों के मौसम में सर्दी और सर्दियों के मौसम में गर्मी से पोटाश गेहूं की फसल को बचाने का काम करता है।
इस बात का रखें पूरा ध्यान