तिरपाल किसान की खेती की कई समस्याओं को दूर करता है। बारिश में फसलों को भीगने से बचने के लिए तिरपाल बहुत ही उपयोगी साबित होता है। खेती में तिरपाल के क्या-क्या फायदे हैं इसके बारे में हम जानते हैं विस्तार से।
खेती में तिरपाल के फायदे
तिरपाल की क्या अहमियत है इसके बारे में ज्यादातर किसान अच्छे से जानते हैं। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में किसान इसका अधिक इस्तेमाल करते हैं। फिर चाहे फसलों को बारिश से बचना हो या फिर कटी हुई फसल को सुरक्षित रखना हो कई कामों में तिरपाल एक अहम भूमिका किसानों के लिए निभा रहा है। किसान फसल काटने के बाद उसे खेतों में ही छोड़ देते हैं ताकि फसल सूख जाए। ऐसे में अक्सर बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान होता है। इसलिए, किसान अपनी फसलों को बेमौसम बारिश से बचाने के लिए तिरपाल का इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें कि तिरपाल मोटे प्लास्टिक से बनाया जाता है। यह पानी को अंदर आने से रोकता है। जिससे बारिश के दौरान फसलों को भीगने से बचाया जा सके। इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल कई अन्य चीजों में भी किया जाता है। आज के इस आर्टिकल के जरिए हम खेती किसानी में इस्तेमाल हो रहे तिरपाल के चार फायदाओं के बारे में जानेंगे।
तिरपाल का इस्तेमाल पॉलीहाउस शीट में
नियंत्रित जलवायु की परिस्थितियों में पौधों को उगाने के लिए पॉलीहाउस शीट का इस्तेमाल होता है । इसे ग्रीनहाउस शीट भी कहा जाता है। आमतौर पर इन पॉली हाउसों की छतें कांच या पारभासी प्लास्टिक से बनी होती हैं। हाल के दिनों में, पॉली हाउस की छत बनाने के लिए तिरपाल शीट का इस्तेमाल किया जाने लगा है। तिरपाल सस्ते विकल्प के रूप में उभरी है। इतने सारे विभिन्न उपयोगों के साथ, तिरपाल सबसे बहुमुखी सामग्रियों में से एक है। बाजार में अलग-अलग वैरायटी की ट्रिपल शीट उपलब्ध है। जिसे आप अपने बजट के हिसाब से खरीद सकते हैं।
वर्मी कंपोस्ट में तिरपाल
वर्मी कंपोस्ट में भी तिरपाल का बहुत उपयोग हो रहा है। पारंपरिक कंक्रीट वर्मीकम्पोस्ट बेड की तुलना में यह निश्चित रूप से एक बेहतर विकल्प है। तिरपाल से बने ये न केवल हल्के होते हैं बल्कि रखने में भी आसान होते हैं। साथ ही बेहतर वेंटिलेशन भी प्रदान करते हैं। इसके अलावा, वे यूवी-स्थिर, मौसमरोधी, मरम्मत मैं भी आसान होते हैं। तिरपाल का इस्तेमाल करके वर्मी कंपोस्ट में किसान फायदा कमा रहे हैं।
खरपतवार को खत्म करते हैं तिरपाल
खरपतवार को खत्म करने के लिए भी किसान तिरपाल का उपयोग कर रहे हैं। यह बात तो हर कोई जानता है कि किसी भी बंद चीजों के नीचे कोई भी खरपतवार न तो अंकुरित हो सकता है और न ही जीवित रह सकता है। यही कारण है कि ये तिरपाल फसल बोने से पहले खरपतवार को दबाने में मदद करती हैं। इसके अलावा, इन तिरपाल के नीचे उगे खरपतवार तीन सप्ताह के भीतर समाप्त हो जाते हैं। खरपतवार को नष्ट करने में तिरपाल का अहम योगदान रहता है।